शनिवार की शाम को रूस के शहर एकटेरिन्बर्ग में जो होगा , ये भारतीय बॉक्सिंग में ऐतिहासिक लम्हा होगा। अमित पंघाल ने विश्व चैंपियनशिप में प्रवेश कर लिया है , अमित पंघल पहले ऐसे बॉक्सर हैं जो विश्व चैंपियनशिप के पहुंचे हैं , अमित पंघाल ने आश्वासन दिया है कि जो भारत ने पहले कभी नहीं किया है। अमित पंघाल सामना उज़बेकिस्तान के शाखोबिदिन जोइराव फाइनल में होगा।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि एक ही ख्याल है गोल्ड जीतना है।
अमित पंघाल ने 3 - 2 के अंतर से सेमीफइनल में कज़ाकिस्तान के सकेन बीबीसोनोव को हराया।
अमित पंघाल ने कहा ," मैंने जिस तरह की योजना बनाई थी , उसे अंजाम दिया। मैंने खेल से पहले अपने कोचों के काफी चर्चा और रणनीति तैयार की, मैंने कई सारे उसके वीडियोस देखे थे वो जिस तरह वो मुकाबला करते थे , उसी तरह हमने अपनी रणनीति बनाई और उसी रणनीति से हमने हमने खेला , और उसका रिजल्ट आप लोगों के सामने है।
पंघाल ने कहा," वह (जोइराव ) एक ओलिंपिक चैंपियन है लेकिन मैं जा रहा हूँ अपनी रणनीति बनाऊंगा और कोचों के साथ चर्चा करके एक शानदार रणनीति बनाऊंगा , उसके वीडियोस देखूंगा और अपने कोचों की मदद से से प्लान तैयार करूँगा। "
इस बार भारत के लिए बहुत ख़ास है विश्व मुक्केबाजी चैंपियन। जब दो मेडल भारत को एक साथ मिलेंगे।
मनीष कौशिक सेमीफइनल में 63 किलो वर्ग में क्यूबा के विश्व चैंपियन एंडी क्रूज़ गोमेज़ से हार का सामना करना पड़ा और 0 -5 के साथ ब्रोंज मेडल के साथ संतोष करना पड़ा।
भारत के लिए ब्रॉन्ज़ मेडल लाने वाले पांचवे भारतीय बने , इससे पहले भारत के लिए विजेंदर सिंह पहले थे ऐसा करने वाले जिन्होंने 2009 में , विकाश कृष्ण 2011 में , शिवा थापा 2015 में और गौरव बिधुरी 2017 में भारत के ब्रॉन्ज़ मैडल ला चुके हैं।
पंघाल ने कहा ,"हम भाइयों ने यही सोचा कि पूरा जोर लगा देंगे देश लिए मेडल का कलर बदल देंगे। पर दुर्भाग्यवश ऐसा न हो सका , डेब्यू पर मैडल हमेशा ख़ास होता है।
मेरा लक्ष्य देश गोल्ड मैडल जीतना है और कुछ नहीं और हमने कई महीनो से इसके ट्रेनिंग कर रहा था , बस एक ली लक्ष्य गोल्ड मैडल अपना होगा।
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